भूख मिटाने के लिए इन चीजों का सहारा ना लें

Beware of Junk Food

भूख मिटाने के लिए फास्ट फूड, बेकरी आइटम जैसे खाने का सहारा लेते हैं

आजकल की जिंदगी बहुत भागदौड़ की जिंदगी है. जिसके कारण कभी हम सुबह का नाश्ता, लंच तथा डिनर करना मिस कर जाते हैं. फलस्वरुप भूख मिटाने के लिए फास्ट फूड, बेकरी आइटम जैसे खाने का सहारा लेते हैं. फास्ट फूड तथा बेकरी में खास कर के मैदा का भरपूर प्रयोग होता है, जिसे पचाना आसान नहीं होता है.

आप अपने भोजन में इन  चीजों का सेवन करना शुरू कर दे

काम का बढ़ता बोझ के कारण आदमी मानसिक शांति खो देता है तथा मानसिक रूप से तनाव ग्रस्त हो जाता है. इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में नियमित रूप से खानपान का ध्यान रखा जाए मानसिक तनाव से बचा जा सकता है. इसके अलावा यदि आप अपने भोजन में इन  चीजों का सेवन करना शुरू कर दे तो आपको मानसिक तनाव से मुक्ति मिल सकती है. भूख लगने पर आप फास्ट फूड, बेकरी तथा  कोल्ड ड्रिंक से बचें  तथा भूख लगने पर इन चीजों का इस्तेमाल करना शुरू कर दें, तो आपको निश्चित रूप से तनाव से मुक्ति मिलेगी.

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भूख लगने पर आप इन चीजों का  प्रयोग कर सकते हैं

काम के बीच में भूख लगने पर खाने के लिए आप अपने पास इन चीजों को जरूर रखें. ताकि आप फास्ट फूड तथा बेकरी आइटम से बच सकें. तो चलिए आपको बताते हैं, कि वह कौन सी चीजें हैं, जिसे आप अपने पास रख सकते हैं और भूख लगने पर आप इन चीजों का  प्रयोग कर सकते हैं.

चॉकलेट

चॉकलेट तो लगभग सभी को पसंद होता है लेकिन शायद सभी को पता नहीं होता है, कि चॉकलेट खाने से तनाव को दूर किया जा सकता है. चॉकलेट में मौजूद तत्व दिमाग की नसों को शांत करता है. चॉकलेट खाने के बाद तनावग्रस्त व्यक्ति फ्रेश महसूस करता है. चॉकलेट में एंटी एजिंग तत्व पाए जाते हैं. जिसे खाने से इसमें मौजूद तत्व शरीर के त्वचा को हाइड्रेट करता है. नियमित रूप से चॉकलेट खाने से आपको आयु  बढ़ने के दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है. लेकिन याद रखें ज्यादा चॉकलेट खाना भी सेहत के लिए ठीक नहीं होता है. क्योंकि हर 20 ग्राम चॉकलेट में 150 किलो कैलोरी शरीर को ऊर्जा  देता है.

ब्लूबेरी

जब भी मीठा खाने को मन करे तो ब्लूबेरी का इस्तेमाल करें. ब्लूबेरी में पोटेशियम प्रचुर मात्रा में होता है. पोटेशियम शरीर के ब्लड प्रेशर  को नियंत्रित करता है. ब्लूबेरी में एंटीआक्सीडेंट तत्व होते हैं, जो त्वचा में कोलेजन को बरकरार रखते हैं.

अखरोट

अखरोट मानसिक तनाव दूर करने में महत्वपूर्ण होता है. यदि किसी को ज्यादा गुस्सा आ रहा हो तो अखरोट का सेवन करें. क्योंकि अखरोट में ओमेगा फैटी एसिड तथा अमीनो एसिड तत्व होता है, जिसे खाने के बाद नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाता है. नाइट्रिक ऑक्साइड खून के दबाव को कम कर देता है, जिसके कारण शरीर का नस शांत हो जाते हैं और व्यक्ति तुरंत रिलैक्स फील करने लगता है. यदि काम का दबाव ज्यादा हो तो अपने साथ अखरोट जरूर रखें. जिससे निश्चित रूप से आप तनाव से मुक्त हो सकते हैं.

केला

जब आप तनाव में होते हैं तो शरीर का पोटेशियम लेवल कम हो जाता है, जिसके कारण व्यक्ति डिप्रेस फिल करने लगता है. इससे निजात पाने के लिए केला एक रामबाण की तरह काम  काम करता है. केला में भरपूर मात्रा में पोटेशियम होता है. जिसे खाने से शरीर को भरपूर मात्रा में पोटेशियम मिलता है. पोटेशियम शरीर के रक्त चाप को समान्य रखने में मदद करता है, जिसे खाने के बाद व्यक्ति अपने आप को रिफ्रेश महसूस करता है. केला एक संपूर्ण भोजन की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि इसमें पोटासियम के अलावा भरपूर मात्रा में  अन्य विटामिन भी पाए जाते हैं और यह भूख मिटाने में भी काफी कारगर होता है.

काजू

काजू में भरपूर मात्रा में जिंक होता है जो शरीर की बेचैनी को कम करने में मदद करता है. आप जब भी तनाव में हो तो इन चीजों का सेवन जरूर करें.

ओटमील

ओटमील खाने से शरीर को भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट मिलती है. जिससे शरीर सेरोटोनिन नामक तत्व का निर्माण करता है. सेरोटोनिन ऐसा तत्व है, जो कि शरीर के तनाव को कम करता है. ओटमील के साथ-साथ ब्रेकफास्ट में केला का सेवन जरूर करें. सेरोटोनिन एक प्रकार का हॉर्मोन होता है जो कि हमारे शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक होता है। यदि शरीर में सेरोटोनिन के स्तर में गड़बड़ी हो जाएं तो ऐसे में हमें मूड स्विंग और नींद संबंधी समस्याएं हो जाती हैं।

वैसे तो हमारे शरीर में सेरोटोनिन का ख़ुद ही निर्माण होता रहता है लेकिन कभी कभी शरीर में प्रचुर मात्रा में सेरोटोनिन नहीं बन पाता है। ऐसे में हमें बाहरी माध्यमों के ज़रिए शरीर में सेरोटोनिन के स्तर को मेंटेन करना पड़ता है। यदि हम सब निश्चित रूप से अपने खान पान को नियमित रखें तो हमलोग मानसिक तनाव से दूर रह सकते हैं.

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Renu Sinha: हेलो दोस्तों, मेरा नाम रेणु सिन्हा है. मुझे लिखना तथा पढ़ना और लोगो को बताना पसंद है. जैसे जैसे इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ रहा है, वैसे ही इंडिया भी डिजिटल होता जा रहा है. तो हम भी कुछ सीखेंगे कुछ सिखाएगे, इंडिया को थोड़ा और डिजिटल तथा युवाओ को सशक्त बनायगे.
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