दिनेश लाल यादव निरहुआ को किसने धोखा दिया था
दिनेश लाल यादव निरहुआ संघर्षशील व्यक्ति रहे हैं लेकिन लोग निरहुआ को भी धोखा देने में नहीं चुके है। 2001 में इनके पिता जी का निर्धन होने के बाद दिनेश लाल यादव निरहुआ का घर का सारा भार इन पर ही आ गया। अपने घर के खर्च के लिए काम करना जरूरी था।
दिनेश लाल यादव निरहुआ अपने घर में सबसे बड़े हैं। उन्होंने अपने सारा घर का भार अपने माथे पर ले लिया। अपने पिताजी के बताएं बातों को दिल में बैठा लिया और दिनेश लाल यादव निरहुआ ने अपने गायन कि क्षमता को पहचाना तथा बिरहा गायन के एल्बम में उन्होंने गाना शुरू किया.
पहला एल्बम बुढ़वा में दम बा एक सफल एल्बम था
दिनेश लाल यादव निरहुआ का पहला एल्बम बुढ़वा में दम बा एक सफल एल्बम था, जो कुणाल कंपनी के द्वारा बनाया गया था. दिनेश लाल यादव निरहुआ खुद अपने इस बात को मानते हैं कि बुढ़वा में दम बा एल्बम बाजार में खूब चला. जिससे उन्हें काफी पब्लिसिटी हासिल हुआ.
दिनेश लाल यादव का दूसरा एल्बम निरहुआ नाम ह बाजार में आया, आते ही एल्बम ने चारों तरफ 2002 में बाजार में छा गया था. दिनेश लाल यादव निरहुआ इस बात को कबूल करते हैं, कि यह दोनों एल्बम उनके जीवन को एक मुकाम पर पहुंचा दिया था. उनको लोग जानने लग गए थे. इनका नाम बिहार यूपी में एक तरह से उनको एक स्थापित कर दिया.
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दिनेश लाल यादव निरहुआ को एक कंपनी ने धोखा दिया
2003 में उन्होंने एक एल्बम गाया था जिस एल्बम का नाम था निरहुआ सटल रहे. निरहुआ सटल रहे जिस म्यूजिक कंपनी के लिए उन्होंने गाया, वह कंपनी उसको रिलीज करने से मना कर दिया था। दिनेश लाल यादव को इस बात का बहुत ज्यादा दुख हुआ था। क्योंकि इसमें उन्होंने ₹20000 लागत से वह एल्बम तैयार किया था.
उस म्यूजिक कंपनी ने उन्हें एक तरह से धोखा दिया। जिससे दिनेश लाल यादव निरहुआ काफी आहत हो गए। दिनेश लाल यादव को घर का सारा खर्च इसके सर पर था। उन्होंने बहुत मुश्किल से ₹20000 जुगाड़ करके वह एल्बम बनाया था।
निरहुआ अपने बलबूते कुछ करना चाह रहे थे
दिनेश लाल ने सोचा कि चलो इस कैसेट को टी सीरीज के पास लेकर जाया जाए। उनके बड़े पिताजी के बड़े बेटे विजय लाल यादव एक स्थापित गायक थे और उन्होंने टी सीरीज के साथ अच्छा सम्बन्ध था, लेकिन दिनेश लाल यादव ने अपने बलबूते कुछ करना चाह रहे थे। अपने बड़े भाई को बिना बताए हुए टी सीरीज के पास चले गए।
दिनेश लाल यादव निरहुआ का एक तड़कता बड़कता गाना
टी सीरीज एल्बम को रिलीज करने से पहली बार में मना कर देते हैं
टी सीरीज में उनका मुलाकात कंपनी के मालिक से होता है और वह भी उस एल्बम को रिलीज करने से पहली बार में मना कर देते हैं। दिनेश लाल यादव अपने इंटरव्यू में बताते हैं कि इसके लिए उन्होंने टी सीरीज के मालिक को काफी कन्विंस किया कि सर आप इस कैसेट को अपनी तरफ से रिलीज कर दीजिए।
इसके मालिक ने बताया कि जो आपने पहला कैसेट गाया था बुढ़वा में दम बा वह हमें ला कर दीजिए। वह कैसेट ऑलरेडी बाजार में धूम मचा चुका था.
जब कैसेट बाजार में सेल होगा तभी आपको पैसे दी जाएगी
दिनेश लाल यादव के काफी मिन्नत के बाद टी सीरीज के मालिक वह एल्बम लेने के लिए तैयार हो जाता है, लेकिन शर्त यह रखा है कि जब कैसेट बाजार में सेल होगा तभी आपको पैसे दी जाएगी। दिनेश लाल यादव इस बात को मान लेते हैं। उन्होंने आगे बताया कि वह एल्बम दे कर वापस अपने गांव आ जाते हैं।
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