दिनेश लाल यादव नीरहुआ का हाथ पांव क्यों कांपने लगे
दिनेश लाल यादव नीरहुआ आज के भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार हैं. इनकी फिल्में जो भी रिलीज होती है वो भोजपुरी सिनेमा में एक मील का पत्थर साबित्त होता है. दिनेश लाल यादव नीरहुआ का फिल्में आज रिलीज होते ही बॉक्स ऑफिस पर हिट हो जाती है. आज इनके बिना भोजपुरी सिनेमा की कल्पना करना नामुमकिन है.
मां को देखभाल करना इनकी ही जिम्मेवारी थी
दिनेश लाल यादव नीरहुआ का संघर्ष के दिनों में इनकी माली हालत बहुत ज्यादा अच्छा नहीं था. इनका घर का सारा खर्च का भार इनके सर पर ही था. इनके पिताजी के 2001 में देहांत होने के बाद घर का एक मात्र सहारा दिनेश लाल यादव नीरहुआ ही थे. छोटे भाई को पढ़ाना लिखाना तथा मां को देखभाल करना इनकी ही जिम्मेवारी थी.
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स्टेज प्रोग्राम करने जाते थे तो बहुत कम लोग उन्हें सुनने के लिए आते
दिनेश लाल यादव नीरहुआ ने एक इंटरव्यू में बताया कि संघर्ष के दिनों में जब स्टेज प्रोग्राम करने जाते थे तो बहुत कम लोग उन्हें सुनने के लिए आते थे. वह खुद बताते हैं कि बामुश्किल 20 से 30 लोग ही सुनने आते थे और उस समय उन्हें कोई जानता भी नहीं था. उन्होंने यह भी स्वीकार किया है कि आयोजकर्ता जो उन्हें बुलाते थे वो कई बार इन्हें मेहनताना भी नहीं देते थे. इन्हे कई बार जेब में पैसे भी नहीं होते थे. कई बार इन्हें पैदल ही सर पर हारमोनियम ढोलक लेकर घर वापस आना पड़ता.
दर्शक लोग इन्हे सुनने में दिलचस्पी नहीं दिखाते
दिनेश लाल यादव नीरहुआ ज्यादातर शुरुआती दिनों में शादी विवाह में स्टेज प्रोग्राम किया करते थे. जहां इनके गायन को सुनने के लिए बामुश्किल लोग हुआ करते थे. दिनेश लाल यादव नीरहुआ ने स्वीकार किया है कि कई बार तो इन्हें बराती लोग गुस्से में आकर बोलते थे कि सो जा मर्दे और हमको भी सोने दे यानि दर्शक लोग इन्हे सुनने में दिलचस्पी नहीं दिखाते। लेकिन दिनेश लाल यादव नीरहुआ को डर होता था अगर हम रात भर गायन नहीं करेंगे तो आयोजनकर्ता हमें पैसे भी नहीं देगा. कई बार उनके साथ यह हो चुका था. आयोजनकर्ता ने उन्हें एक भी पैसा नहीं दिया. जिसके कारण उन्हें कई बार पैदल ही घर आना पड़ा था. वह किसी तरह से रात भर स्टेज प्रोग्राम में श्रोता के दिलचस्पी नहीं होने के बाबजूद गाते रहते थे.
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इनका निरहुआ सटल रहे एलबम सुपरहिट हो गया
2003 में इनका एक एल्बम आया था निरहुआ सटल रहे. जिसके लिए इन्हें पैसा भी नहीं दिया गया था. निरहुआ सटल रहे एलबम उस समय इतना चला कि बहुत दूर-दूर तक इनको लोग जानने लग गए थे. दिनेश लाल यादव नीरहुआ एक प्रोग्राम के सिलसिले में बिहार के मोहनिया आए हुए थे. दिनेश लाल यादव इस बात से बेखबर थे कि इनका निरहुआ सटल रहे एलबम सुपरहिट हो गया है और लोग उन्हें जानने लग गए हैं.
लाखों के भीड़ देखकर दिनेश लाल यादव का हाथ पांव कांपने लगे
स्टेज शो प्रोग्राम के लिए जब दिनेश लाल यादव मंच पर पहुंचे तो वहां लाखों के भीड़ देखकर दिनेश लाल यादव का हाथ पांव कांपने लगे. क्योंकि आज तक वो इतनी भीड़ के सामने लाइव परफॉर्मेंस नहीं दिए थे और वे घबरा गए की इतनी भीड़ के सामने क्या गाऊंगा. दिनेश लाल यादव ने पहली बार पुरी रात इतनी भीड़ के सामने लाइव परफॉर्मेंस दिए.
एक मंजे हुए कलाकार के रूप में पुरी भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में लोग जानते है
भोजपुरी फिल्म के जाने माने सुपरस्टार दिनेश लाल यादव काफी संघर्षों के बाद भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अपने आपको एक सुपरस्टार के रूप में स्थापित किया है. दिनेश लाल यादव अपने संघर्ष के कारण ही आज एक मंजे हुए कलाकार के रूप में पुरी भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में इनको एक सुपरस्टार का दर्जा मिला है जो आज इनकी कैरियर एक्टिंग के साथ-साथ इन्होंने फिल्म प्रोडक्शन का भी काम शुरू किया है.
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